मेटा (Meta) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए एक अभूतपूर्व योजना की घोषणा की है। कंपनी 2026 तक 5 गीगावाट (GW) क्षमता वाला विशाल AI डेटा सेंटर, जिसका नाम Hyperion है, तैयार कर रही है। साथ ही, मेटा एक और 1 गीगावाट क्षमता वाला सुपरक्लस्टर Prometheus भी 2026 में ऑनलाइन लाने की योजना बना रही है। यह निवेश मेटा को OpenAI, Google, और अन्य AI दिग्गजों के साथ प्रतिस्पर्धा में आगे रखेगा.
मेटा का AI डेटा सेंटर निवेश: $60-65 बिलियन की योजना
मेटा ने 2025 में AI डेटा सेंटर और सर्वर इंफ्रास्ट्रक्चर में $60-65 बिलियन का भारी निवेश करने की घोषणा की है। इस निवेश के तहत, कंपनी 1.3 मिलियन से अधिक Nvidia GPUs का उपयोग कर 1 गीगावाट कंप्यूटिंग पावर इस साल ही ऑनलाइन लाने का लक्ष्य रखती है। मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग ने कहा है कि यह कदम AI के क्षेत्र में मेटा की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है, जिससे कंपनी के AI प्रोडक्ट्स और बिजनेस में क्रांतिकारी बदलाव आएगा12।
Hyperion और Prometheus: AI के लिए सुपर कंप्यूटिंग पावर
Hyperion डेटा सेंटर इतना बड़ा होगा कि इसका क्षेत्रफल न्यूयॉर्क के मैनहैटन के अधिकांश हिस्से के बराबर होगा। यह डेटा सेंटर 5 गीगावाट कंप्यूटिंग पावर प्रदान करेगा, जो AI मॉडल ट्रेनिंग और मशीन लर्निंग के लिए अत्यंत आवश्यक है। वहीं, Prometheus सुपरक्लस्टर 1 गीगावाट कंप्यूटिंग पावर देगा और 2026 में चालू होगा। ये दोनों केंद्र मेटा को AI के क्षेत्र में सुपरइंटेलिजेंस विकसित करने में मदद करेंगे542।
प्रतिस्पर्धा में मेटा की बढ़त
AI डेटा सेंटर के निर्माण में मेटा Microsoft, Amazon, और OpenAI जैसी कंपनियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा में है। Microsoft ने 2025 में लगभग $80 बिलियन, और Amazon $75 बिलियन से अधिक का निवेश किया है। OpenAI का Stargate प्रोजेक्ट $500 बिलियन के निवेश के साथ AI डेटा सेंटर बनाने की योजना में है। मेटा का यह कदम इसे AI रेस में आगे रखने का प्रयास है13।
ऊर्जा और पर्यावरणीय प्रभाव
इतने बड़े डेटा सेंटरों की ऊर्जा खपत भी बहुत अधिक होगी। Hyperion और Prometheus डेटा सेंटर मिलकर इतनी बिजली खर्च करेंगे जितनी लाखों घरों की जरूरत होती है। इससे स्थानीय समुदायों में बिजली और पानी की आपूर्ति पर दबाव पड़ सकता है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया है कि मेटा के एक डेटा सेंटर के कारण जॉर्जिया के न्यूटन काउंटी में पानी की कमी हुई है। ऐसे में ऊर्जा कुशल और पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों का विकास आवश्यक होगा5।
Conclusion
मेटा का 5 गीगावाट AI डेटा सेंटर और 1 गीगावाट सुपरक्लस्टर प्रोजेक्ट AI क्रांति में कंपनी की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। यह निवेश न केवल मेटा को AI तकनीक के अग्रणी के रूप में स्थापित करेगा, बल्कि वैश्विक AI प्रतिस्पर्धा में भी इसकी स्थिति मजबूत करेगा। हालांकि, ऊर्जा और पर्यावरणीय प्रभावों को संतुलित करना भी चुनौतीपूर्ण होगा।